Top 10 Animal Moral Stories In Hindi | Moral Stories for Kids in Hindi

Top 10 Moral Stories In Hindi बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी 100 BEST LIFE चैंजिंग Story

Motivational Story in Hindi


Moral stories in Hindi

ये कहानियाँ Animal Moral stories in Hindi के बारे में है। इन कहानियो पहल दादा दादी सुनाया करते थे पर आज यहाँ आपको ऑनलाइन भी मिलेंगी। यहाँ कहानिया बहुत ही शिक्षा देने वाली है आप इन कहानियो से बहुत कुछ सीखेंगे। इनको आप अपने जीवन में उनयोग करके एक बेहतर इंसान बनेंगे। यहाँ  Animal Moral stories in Hindi नई बहुत सी कहानी है जिनको आपने पहले नहीं सुना होगा जो की  बहुत ही मजेदार है।  10 Moral stories in Hindi for kids आप पढ़ सकते है।


Top 10 Animal Moral Stories In Hindi

1. तोते की शरारत Animal Moral stories in Hindi


तोते की शरारत Moral stories in Hindi


एक तोता बहुत लंबे समय से पिंजरे में रह रह कर तंग आ चुका था वह खुले आकाश में उड़ना चाहता था बहुत कोशिश करता एक बार वह उड़कर जंगल में आ पहुंचा तोते को जंगल का वातावरण बहुत पसंद आ गया हर रोज तरह-तरह के मीठे फल खाता था।


और वह जंगल में चारों ओर घूमता था अपना जीवन बहुत खुशी खुशी बिताने लगा एक दिन तोते को एक बड़े पेड़ के नीचे सोता हुआ हाथी दिखाई दिया उसे ऐसे देखते ही तोते को एक नटखट उपाय आया वह हाथी को परेशान करके उसे नींद से जगाना चाहता था।


तभी तोता बहुत तेजी से नीचे आया और वह उसने चोंच से हाथी के सर पर चुभता है जिससे हाथी जाग गया और फिर हाथी ने देखा तो तोता ऊपर बैठा हुआ था और हस रहा था हाथी ने बोला अरे तोता क्या परेशानी है तोते ने बोला मजाक है।


मेरे दोस्त और हंसने लगा हाथी को कुछ फर्क नहीं पड़ा वह फिर सोने लगा फिर तोता फिर आ जाता है हाथी के ऊपर और दोबारा  उसे परेशान करने लगा और फिर से उड़कर पेड़ पर चला गया हाथी गुस्से से चिल्लाया अरे तू फिर से आ गया क्या कुछ काम नहीं है क्या लेकिन तोता को बहुत हंसी आ रही थी वह बार-बार ऐसे ही करे जा रहा था हाथी तंग आकर गुस्सा हो गया था पर तोता हाथी को परेशां किये जा रहा था।


तो हठी वह से उठकर चल दिए तोता बहुत खुश हुआ और जाते-जाते भी वह उसके सर पर जाकर चोंच मारने लगा हाथी गुस्सा हो गया हाथी ने सोचा कुछ ना कुछ तो करना ही पड़ेगा इसको सबक सिखाना ही पड़ेगा हाथी एक तालाब के पास गया


अपने सिर को छोड़ बाकी शरीर पानी में डूबा लिया इसको देख तोते को बहुत हंसी आई अब देखो मेरे को से डरकर हाथी पानी में जाकर छुप गया फिर तोता वहां जाता है हाथी के ऊपर बैठ जाता है हाथी को चोंच चबाने वाला होता है हाथी को पता था।


कि वह जरूर आएगा इसलिए हाथी ने अपनी सूंड में पहले से तभी हाथी ने अपनी सूंड से तोते के ऊपर पानी तेजी से मारा तोते को बहुत जोर से लगा और वह पानी में गिर गया जान के लिए तड़प रहा था हाथी ने तोते पर दया कर उसको पानी से बाहर निकाल कर जमीन पर फेंक दिया तोते ने हाथी से माफ़ी मांगी उसको बहुत अच्छा सबक मिला हाथी जोर से हंस कर वहां से चला गया।


Moral of the story


सिख: अब तो तोते को बड़े और छोटों के बीच अंतर पता चल गया मजाक करने की भी हद होती है इसे जानकर नहीं करना चाहिए अगर दूसरों का आदर चाहते हो तो पहले उनका आदर करो



2. मुसीबत के दिन Tenali rama story hindi



मुसीबत के दिन Tenali rama story hindi


एक बार एक जंगल में बहुत बारिश हो रही थी और बारिश रुकी नहीं रही थी बहुत ज्यादा समय से बारिश होने के कारण कई पक्षियों के घरों में दाना खत्म हो गया था ऐसे में नन्ही चिड़िया कोई डर नहीं था क्योंकि उसने बहुत सारे चने के दाने अपने घर में जमा की हुए थे और वह अपने घर में बहुत सुरक्षित थी। 


चिड़िया बोलती है बच्चों तुम मुझसे रोज पूछते थे मम्मा तुम दाने क्यों इकठे करती रहती हो अब देखा तुमने कई दिनों से बारिश रुक नहीं रही लेकिन हमारे घर में इतने दाने हैं कि हम बारिश के दिनों को आसानी से गुजार सकते हैं।


घर में ही रह कर जिंदगी गुजारने के लिए हमें बहुत मेहनत करनी होती है अच्छे दिनों में बुरे दिनों का ख्याल रखना होता है मैंने सब कुछ अपने बड़ों से सीखा है और अब तुम्हें मुझसे सीखना होगा। वह ऐसे बातें कर ही रहे थे कि किसी ने इनके घरों के दरवाजे को खटखटाया चिड़िया ने


पूछा कौन है बाहर से आवाज आई मैं कौवा हूं मैं बहुत मुश्किल में हूं मेरी मदद करो चिड़िया बोली मैं तुम्हें अच्छी अच्छी तरह जानती हूं क्या चाहते हो कौवा बोला मैं बहुत मजबूरी में आया हूं मेरे बच्चे और बीवी भूखे हैं ऐसे में अगर आप कुछ दाने मुझे दे दे तो आपकी बहुत मेहरबानी होगी।


मुझ पर और मेरे परिवार पर बच्चे बोले मम्मी वह बहुत मजबूर हैं आप उसकी मदद करो हमारे पास तो खाना है हमें इसकी मदद करना चाहिए चिड़िया बोली मैं देखती हूं चिड़िया ने कौवा को अंदर बुला लिया चिड़िया बोली अच्छे दिनों में कोई मेहनत करते नहीं हो और बारिश का दिन


आता है तो तुम ऐसे ही मांग कर गुजारा करते हो अभी मुझे तुम्हारे बच्चों का ख्याल नहीं होता तो मैं तुम्हारी मदद नहीं करती कौवा बोलता है मैं बहुत ही शर्मिंदा हूं मुझे माफ कीजिए चिड़िया ने उसको कुछ चने के दाने  देकर बोलती है यह लो इसे तुम्हारे बच्चों का पेट भर जाएगा कौवा


बोलता है धन्यवाद और यह एहसान में आपका उतार दूंगा फिर कौवा वहां से चला गया और वह अपने परिवार को बोलता है चिड़िया ने कुछ दाने क्या दे दिए अपने आप को बहुत घमंडी बन रही है कौवा की पत्नी बोली क्या बोल रही थी।


चिड़िया बोली तुम काम नहीं करते अच्छे दिनों में बुरे दिनों का ख्याल नहीं रखते कौवा की पत्नी बोली जब बारिश रुक जाएगी तो कौन पूछेगा इसको तुम छोड़ो उसकी बातें को और आज ये दाने खा कर सो जाते हैं अगले दिन कौवा फिर परेशान था।


कि रात तो गुजर गई आज क्या खाएंगे सारा दिन ऐसे ही गुजर गया और बारिश लगातार हो रही थी और फिर शाम हो गई और कौवे के बच्चे और खाने को कुछ मांगने लगे गोवा की पत्नी बोली आप फिर जाइए चिड़िया के पास क्या पता वह हमें फिर से कुछ और दाने दे दे कौवा बोलता है।


नहीं मुझ से नहीं सुने जाते उस के भाषण कौवा बोलता है इसके घर में चने के काफी सारे दाने हैं रात को जब वह सो जाएंगे तब मैं चोरी कर लाऊंगा कौवा की पत्नी बोली ठीक है ऐसे वह भूखी सोएगी और हम पेट भर के फिर कौवा रात के होने का इंतजार करने लगता है दोनों बोलते हैं।


लगता है चिड़िया सो गई हैं अब मुझे जाना चाहिए और कौवा चला जाता है और कौवा धीरे से खिड़की से चिड़िया के घर में घुस जाता है और चने के दानों का उसको पहले से ही पता होता है की वह कहा रखे है और वह चने के दाने चुराने लगता है ऐसे ही बेख्याली में वह चने के दाने चुरा


रहा था तो उसकी पूंछ दिए के साथ लग जाती है और कौवे की पूछ में आग लग जाती है और कौवा शोर मचाता है मेरी पूछ मेरी पूछ इससे चिड़िया की आँख खुल जाती है और वह जल्दी से कौवा की पूंछ में लगी आग को बुझा देती है।


कौवा के पास कुछ नहीं था कहने को वह बहुत ही शर्मिंदा था लेकिन चिड़िया फिर भी कुछ चने के दाने कौवा को दे देती है यह तुम्हारे बच्चों के लिए और हां घर जाकर अपने पूछ पर मरहम जरुर लगा लेना। 



Moral of the story

सिख: इससे पता लगता है कि हमें अच्छे दिनों में सिर्फ उनके आनंद नहीं लेना चाहिए बल्कि बुरे दिनों के लिए कुछ तैयारियां भी करनी चाहिए और चोरी करना बहुत बुरी बात है इससे तुम मेहनत करो और बुरे दिनों को भी अच्छे से बिताओ और बाकी लोग भी तुम्हारा साथ देंगे चोरी करोगे तो कोई तुम्हारे साथ नहीं रहेगा बल्कि लोग दूर रहेंगे।


3. मछली और 2 मछुवारे Short Moral Story

मछली और 2 मछुवारे Short Moral Story


बहुत पहले की बात है तीन सुंदर मछलियां तालाब में रहती थी वह सभी बहुत अच्छी दोस्त थी वे पूरा दिन तालाब में रहते हुए अपना समय खुशी-खुशी बिताते थे झूमते थे फिरते थे नाचते गाते थे एक साथ खूब खेलते थे और वह अच्छे-अच्छे चीजें खाया करते थे।


जो पास के गांव से अति थी 1 दिन दो मछुआरों ने तालाब के पास से गुजरते हुए मछलियों को देखा और मछुआरे बोलते हैं वह देखो अगर यह सारी की सारी मछलियां तालाब के ऊपर आ जाए तो लगता है इस तालाब में बहुत सारी हमछलियां है।


हम अगली बार आएंगे अपने जाल के साथ और जितनी सारी मछलियां होगी सब पकड़ लेंगे दोनों बोलते हैं बहुत अच्छा सुझाव है हम इन मछलियों को मंडी में बेचकर ढेर सारा पैसा कमा सकते हैं और दोनों हंसते हुए चले गए वहां से जब तीनों मछलियों ने यह बात सुनी तो वह घबरा


गई पहली मछली बोली मुझे लगता है हम लोगों को यह तालाब जल्दी छोड़ देना चाहिए तुम क्या बोलते हो तीसरी मछली जो अभी तक चुप थी उसने कहा नहीं मैं तालाब से नहीं जाउंगी मेरा परिवार यहां बहुत सालों से रहता है और मैं और इससे अच्छा होगा


मैं इस तालाब में ही रह कर और मेरा बच्चा भी इसी तालाब बड़ा हो दूसरी मछली बोलती है लेकिन मैं चला जाऊंगा तुम क्या सोचते हो फिर पहली मछली बोलती है कि मैं मैं मैं मैं रहना चाहूंगी दूसरी मछलि बोलती है ठीक है फिर रहो मैं जा रही हूं दूसरी मछली चली जाती है


और वह मछली तालाब छोड़कर छोटे से दूसरे तालाब में चली गई अब इस तालाब में सिर्फ दो दोस्त मछली रह गयी दूसरे दिन सुबह दो मछुआरे बड़ा जाल लेकर तालाब में पहुंच गए दोनों मछुआरे आगे बढ़े और उन्होंने मछलियों को पकड़ने के लिए तालाब में जाल फेंका मछलियां


तड़प कर और बोली हे भगवान क्या हो रहा है और सभी मछलियां फस गई पहला दोस्त तड़प ने लगा और दूसरा चुपचाप पढ़ा रहा और वह हिला भी नहीं ऐसे लगा जैसे वह मर गया जब मछुआरे ने उसे देखा तो उसे उठा और उसे लगा वह मर गई है और उसने मरी हुई मछली को वापस तालाब में फेंक दिया। 


Moral of the story


सिख: अगर समझदारी से और बहादुरी से कोई निर्णय लिया जाए और डर का सामना किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है



4. चिंटू और उसके पालतू जानवर Moral Stories for Kids in Hindi With Pictures


चिंटू और उसके पालतू जानवर Moral Stories for Kids

चिंटू ने सुबह उठकर अपने सभी काम पूरे कर लिए थे उसने अपने मम्मी को विश किया गुड मॉर्निंग और बाहर जाकर बरामदे में कुर्सी पर बैठ गया वो उदास और परेशान लग रहा था उसके दोस्त उससे मिलने आए वह सोचने लगे कि आखिर चिंटू उदास क्यों हैं उसके दोस्त बोले चिंटू


क्या परेशानी है तुम उदास क्यों हो चिंटू बोला मुझे चाहिए एक पालतू जानवर एक एलीफेंट और शेर, बंदर लिए पालने के लिए दोस्तों ने कहा वाओ यह तो बहुत ही कमाल की बात है उनके साथ तो खेलने में मजा आएगा तभी चिंटू की मम्मी वहां आई चिंटू बोला मम्मी मैं चाहता हूं।


कि मुझे कुछ जानवर आप लाओ जी ने में पाल सकूं मम्मी हंसती है और बोलती है सोचते रहो तुम्हारे यह बात बिल्कुल नहीं मानी जाएगी ऐसा भी कहीं होता है भूल जाओ कि मैं तुम्हें जिराफ बंदर हाथी दिलवा दूंगी फिर चिंटू ने सोचा वह अपने पिता से पूछेगा वह चिंटू के डैडी आते हैं।


तो उनसे बोलता है मैं चाहता हूं एक हाथी एक जिराफ एक शेर और एक बंदर हो मेरे पालतू जानवर हो ऐसा हो सकता है उसके पिता बोलते हैं पर यह सब तो होते हैं जंगली जानवर वह कुछ सोचते हैं और बोलते हैं एक काम करते हैं पहले हम ज़ू चलते हैं।


कि कौन से जानवर को बनाना चाहोगे अपना पालतू जानवर वह देख लेना फिर वह दोनों चलते हैं फिर उसके बाद उसे लेकर जाते हैं वहां उन्हें शेर दिखाई देता है और शेर देख कर डर जाता है और सोचता है अगर हमारे घर में शेर हुआ तो मेरे दोस्त सारे भाग जाएंगे यह सोचकर वह डरकर


शेर की मना कर देता है फिर हाथी को देखता है हठी को देखता है लेकिन वह बहुत बड़ा होता है इसलिए वह उसे भी मना कर देता है फिर वह जिराफ को देखता है जिराफ की गर्दन ज्यादा लंबी थी वह सोचता है कहीं वह हमारे छोटे-मोटे घर बनाए हुए ना तोड़ दे अपनी गर्दन को छोड़ के तो


उसको भी मना कर देता है फिर बंदरों को देखता है बंदर गुलाटी मार रहे होते हैं इस पेड़ से उस पेड़ पर फिर चिंटू सोचता है कि हमारे घर में आ जाएंगे तो सारे सामान इधर-उधर फेंक देंगे सब तोड़ देंगे तो यहाँ तो डरावने हैं अपने पिता से बोलता है।


डैडी मैंने इरादा बदल गया इन जानवरों को जंगल में ही होना चाहिए चाहिए मैं समझ गया कि हम उन्हें अपने घर पर पेट्स बना कर नहीं रख सकते भूल जाइए चलिए घर वापस चले उसके पिता बोलते हैं मुझे खुशी है कि तुम्हें यह बात समझ आ गई चलो घर चलते हैं।


फिर वह दोनों वापस घर जाने लगते हैं और उन्हें फुटपाथ पर एक पप्पी दिखाई देता है चिंटू बोलता है डैडी आपका रोकिए प्लीज और वह पप्पी के पास जाता है पप्पी को उठाकर अपने पास रखकर बोलता है कितना प्यारा है यह डैडी लगता है पप्पी को किसी ने छोड़ दिया है क्या मैं इस


क्यूट से पप्पी को रख सकता हूं क्या इसे हम घर ले चलें उसके पिता बोलते हैं बिल्कुल बेटा पहले हमें इसे एक डॉक्टर के पास ले जाकर वैक्सीनेट करवाना होगा फिर घर ले जाकर इसे अच्छे से नहलाएंगे और हां इसके लिए एक छोटा बिस्तर और एक टॉवल ले लेंगे चिंटू बोलता है यह अभी


मेरे साथ मेरे कमरे में सो सकता है फिर दोनों उस पप्पी को अपने घर लेकर चले जाते हैं उस दिन के बाद से वह पप्पी उनके परिवार का हिस्सा बन गया चिंटू और उसके सारे दोस्त उस पप्पी के साथ खेलते थे और हमेशा खुश रहते थे ।


Moral of the story


सीख: किसी भी चीज को मांगने या उसकी जिद करने से पहले उन्हें देख लेना चाहिए कि वह हमारे लायक है कि नहीं कहीं हमें वह नुकसान ना पहुंचाएं । 



5. चींटी और कबूतर Tenali Raman story


चींटी और कबूतर Tenali Raman story


एक समय की बात है तो एक जंगल में एक चींटी तालाब में गिर गई एक कबूतर ने उसे अपना जीवन बचाने के लिए जी तोड़ कोशिश करते हुए देखा तो उसने एक पत्ता तोड़ा और चींटी के पास फेंक दिया चींटी पत्ते पर चढ़ गई और उसने कबूतर का धन्यवाद किया चींटी बहुत थक गई थी


कुछ दिनों के बाद एक आदमी जंगल में आया पक्षी पकड़ने आया था और उसने जाल जमीन पर फेंका और उस पर अपना जाल बिछा दिया। फिर वह चुपचाप किसी पक्षी का जाल में फंसने का इंतजार करने लगा वहीं चींटी वह से गुजर रही थी उसने जो वह जाल देखा तो क्या देखती है


कि वही कबूतर जिसने उसकी जान बचाई थी और वो उसी जाल में फसने के लिए धीरे-धीरे नीचे आ रहा था लेकिन चींटी ने उस आदमी के पैर पर इतनी बुरी तरह काट लिया उस आदमी के मुंह से चीख निकल गई वह चिल्ला उठा। 


कबूतर ने एकदम देखा ये आवाज किधर से आ रही है और उस आदमी को देखते ही  सब कुछ उसकी समझ में आ गया और वो दूसरी दिशा में उड़ गया और उसकी जान बच गयी। 


मेहनत का फल बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी


Moral of the story


सिख: कर भला सो हो भला। 



6. आलसी गधा Moral Stories for Kids in Hindi With Pictures


आलसी गधा Moral Stories


एक आदमी के पास एक गधा था वह गधा बहुत आलसी था एक दिन उसके मालिक ने बाजार जाकर कुछ नमक बेचने की सोची वह अपने गधे की पीठ पर नमक का एक बोरा रखकर बाजार की ओर चल पड़ा जैसे वह दोनों रास्ते में नदी को पार करने लगे कि अचानक गधे का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर पड़ा गधे को चोट तो नहीं लगी पर खड़े होने पर उसे ऐसा लगा कि


उसकी पीठ पर नमक के बोरे का बोझ कम हो गया दूसरे दिन गधा फिर से कुछ नमक से भरा बोरा लेकर चल दिया वह जानता था उसको क्या करना है गधे को अब अपनी पीठ पर लगा बोझ हल्का करना था और गधा जब और उसका मालिक नदी पार करने लगे तो गधा फिर से नदी में


फिसल कर गिर पड़ा इस बार फिर से उसे अपने कमर पर रखे नमक का बोझ हल्का लगने लगा उसने सोचा यह सही हुआ लेकिन इस बार उसका मालिक उसकी यहाँ चाल समझ गया उसको बहुत गुस्सा आया क्योंकि उसके नमक के बारे में से सारा नमक बह गया था।


उसने गधे को सबक सिखाना चाहा तीसरे दिन गधे का मालिक गधे की पीठ पर रूही से भरा बोरा रख बाजार चल पड़ा गधे ने सोचा फिर से वही करना चाहिए जब दोनों नदी पार करने लगे तो गधा फिर से जानबूझकर नदी में गिर गया ताकि उसकी कमर पर रखा बोझ हल्का हो जाए परंतु


अब की बार ऐसा नहीं हुआ उसकी कमर पर रखा बोझ और भारी हो गया गधे को उसको लेकर चलना ही था जो अब बहुत भारी हो गया था कमर पर बोरे में भरी रूही ने अपने अंदर पानी सूख लिया था जब गधा जानबूझकर पानी में गिरा था। 


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Moral of the story


सीख: यदि हम आलस के कारण काम को टालते हैं तो और भी अधिक परेशानी या संकट में फंस सकते हैं इस कारण काम से जी चुराने वाला आदमी कामचोर कहलाता है। 




7. दोस्ती में शक Moral Stories in Hindi for Kids


दोस्ती में शक Moral Stories in Hindi for Kids


एक दिन एक गाय झुंड से अनजान शेरनी की ओर जा पहुंची जब वह शेरनी के करीब आई तो उसे अचानक महसूस हुआ कि वह झुण्ड से बहुत दूर है गाय को डरा हुआ देख शेरनी ने उसे आश्वस्त किया मैं तुम्हें नहीं मारूंगी मैंने अभी बहुत अच्छी भोजन की है।


इसलिए तुम सुरक्षित हो शेरनी ने कहा फिर गाय ने राहत की सांस ली और बोला धन्यवाद मैं किसी सोच में खो गई थी और पता नहीं चला कि मैं झुण्ड ;से बहुत दूर आ गई शेरनी बोली क्या सोच रही थी और इसी तरह के बीच बातचीत शुरू हुई और जैसे-जैसे दिन बीत गए वह अच्छे दोस्त बन गए महीनों बाद गाय ने अपने परिवार को शेरनी से मिलाया उसका एक बच्चा था।


और शेरनी का एक बच्चा तो गाय ने अपने बच्चे को शेरनी के बच्चे से मिलाया और वह दोनों भी आपस में दोस्त बन गए एक युवा सियार जंगल में रहता था शेर और गाय के मांस खाने का इंतजार कर रहा था वह जानता था। कि उनका मांस खाने का एकमात्र तरीका यह होगा कि वह


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एक दूसरे को मार डाले 1 दिन सियार ने शेरनी और गाय की मौत की खबर सुनी वह जानता था

कि उसकी चाल चलने का समय आ गया है वह शेर के पास गया अब जब आपके माता पिता नहीं रहे बैल सोचता है कि वह आपसे छुटकारा पा सकता है और राजा खुद बन सकता है

सियार ने कहा मैं आपको सिर्फ सावधान करना चाहता हूं आप उसके आचरण में बदलाव देखेंगे शेर ने सियार की बातों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया सियार बेल के पास गया सियार ने कहा मेरे दोस्त मैंने शेर को यह कहते हुए सुना है कि आपका शेर के साथ इसलिए हो


आपको अन्य जानवर से बचने के लिए उसकी जरूरत है इससे बैल नाराज हो गया लेकिन उसने अपने गुस्से को नियंत्रित किया और सियार की बातों का विश्वास ना करने की कोशिश करी लेकिन सियार ने दोनों के मन में कुछ संदेह उत्पन्न कर दिया था एक दिन शेर और बैल में लड़ाई


हो गई शेर घबरा गया और बैल पर चडगया बैल अपनी सिंह नीचे किया और शेर पर सवार हो गया दोनों में लड़ाई घंटों तक चली क्योंकि वह दोनों ही बहुत ताकतवर थे। लड़ाई के अंत में बैल और शेर दोनों ही मर गई सियार हंसते हुए बोला तुम मूर्ख हो तुम्हें अपनी दोस्ती पर कोई भरोसा


नहीं हैमैंने एक दूसरे का भरोसा तोड़ते हुए उन्हें बांट दिया अलग कर दिया इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया अब मैं 1 सप्ताह के लिए तुम्हारे मांस पर दावत लूंगा। 


Moral of the story


सीख: शक किसी भी रिश्ते में बड़ी दरार ला सकता है। 



8. हाथी के दोस्त Animal Moral stories in Hindi


हाथी के दोस्त Animal Moral stories in Hindi


बहुत पुरानी बात है एक जंगल में एक हाथी किसी मित्र की तलाश में इधर-उधर घूम रहा था उसे पेड़ पर एक बंदर दिखाई दिया हाथी बोला बंदर भाई क्या तुम मेरे मित्र बनोगे बंदर बोला आप तो बहुत बड़े हैं आप मेरी तरह पेड़ पर झूल नहीं सकते तो फिर आपकी मेरी दोस्ती कैसे होगी।


अगले दिन उसकी मुलाकात एक खरगोश से हुई हाथी बोला क्यों खरगोश क्या तुम मेरे मित्र बनना पसंद करोगे खरगोश बोला आप तो बहुत बड़े हैं आप मेरे बिल में घुस भी नहीं पाएंगे मेरी और आपकी दोस्ती मुमकिन नहीं है। फिर मेंढक के पास गया और बोला मेरा कोई मित्र नहीं है।


अगर तुम मुझे अपना दोस्त बना लो तो तुम्हारी बड़ी कृपा होगी मेंढक बोला अरे नहीं मान ना मान मैं तेरा मेहमान तुम इतने बड़े और मैं इतना छोटा कुछ तो सोचो यह बे मेल की दोस्ती नहीं हो सकती फिर तुम मेरी तरह फुदक भी नहीं सकते जाओ भाई कहीं और अपनी दाल बुलाओ।


अचानक हाथी को एक लोमड़ी दिखाई दी और हाथी ने उसे रोका और बोला क्या तुम मुझे अपना मित्र बनाना पसंद करोगी देखो ना मत कहना मैं बड़ी उम्मीद से तुम्हारे पास आया हूं बोलो बनोगी मेरी मित्र लोमड़ी बोली नहीं अपना साइज़ देखो गलती से मैं तुम्हारे पांव के नीचे आ गई।


तो मेरी तो चटनी बन जाएगी नहीं कोई और जानवर को देखो हाथी सोचता है कमाल है कोई मुझे अपना मित्र नहीं बनाना चाहता तभी हाथी ने देखा कि जंगल के सभी जानवर बहुत तेजी से भाग रहे थे तभी उसने एक भेड़िए से पूछा क्या हुआ क्यों ऐसे भाग रहे हो हाथी दादा पीछे शेर है।


और वह हम सब को मारकर खा जाना चाहता है तभी सभी जानवर अपनी अपनी जान बचाकर कहीं छुप जाना चाहते हैं भेड़िया बोला और शेर तो जानवरों के पीछे हाथ धोकर पड़ा था हाथी ने शेर से कहा क्यों व्यर्थ में इन सब की जान के पीछे पड़े हो सारे जानवरों को क्या एक ही दिन में


मार दोगे शेर बोला जा जा अपना रास्ता देख तुझे क्या जो मेरा दिल करेगा वह मैं करूंगा हाथी को समझ आ गया लातों के भूत बातों से नहीं मानते उसने शेर को जोर से लात मारी और शेर की अक्ल ठिकाने आ गई और वह डर कर भाग गया हाथी ने सब को यह खुशखबरी सुनाईतो सब की खुशी का ठिकाना नहीं रहा सभी ने हाथी को धन्यवाद दिया और कहा हमारा मित्र बनने के लिए सचमुच तुम्हारा साइज बिल्कुल बिल्कुल ठीक है। 


Moral of the story


सीख: मित्र वो जो मुसीबत में काम आए।



9. सुंदर हिरन Moral Stories in Hindi


सुंदर हिरन Moral Stories in Hindi


एक वन में एक हिरण रहता था एक दिन की बात है वह घूमते घूमते दूर निकल गया अब उसे प्यास लगी हिरण इधर उधर पानी ढूंढने लगा तभी उसे एक सरोवर दिखाई पड़ा सरोवर साफ पानी से भरा हुआ था वह हिरन वहां पानी पीने लगा पानी पीते पीते उसे पानी में अपनी परछाई


दिखाई दी परछाई में अपनी सूरत और अपने सींग को देखकर वह बोलता है मैं कितना सुंदर हूं मेरे फेस तो बहुत ही सुंदर है और कितना ही प्यारा है फिर मन ही मन बहुत खुश हो रहा था फिर उसकी नजर अपने पैरों पर पड़ी टेढ़ी-मेढ़ी टांगे देख तो वह बहुत दुखी हुआ यह दुबले-पतले पाव


कितने गंदे हैं सुंदर मुख की शोभा भी कम कर रहे हैं थोड़ी देर बाद उसने देखा जब कई पशु इधर उधर भाग रहे हैं उसे देखकर हिरण भी भागने वहां एक शिकारी जंगल में घुस आया था सारे जानवर अपने प्राण बचाकर भाग रहे थे हिरण भागता भागता दूर निकल आया।


भागता भागता अचानक झाड़ियों में उलझ गया हिरण जोर लगाने लगा पर वह और उसके सींग तो उलझते ही जा रहे थे वह झाड़ियों में ऐसा फंसा था कि निकलने का नाम ही नहीं ले पा रहा था। डर के मारे कांपने लगा उसने मन में सोचा मेरे मेरी सुंदर सींग और मेरी गलत सोच कहीं मेरे


मौत का कारण न बन जाए हिरण घबराहट में अपने पैर पटकने लगा उसके मजबूत पेरो की वजह से वह और उसके सींग झाड़ियों से छूट गए फिर हिरण बड़ी तेजी से भागा और शिकारी की पहुंच से बहुत दूर भाग गया हिरण ने बहुत लंबी सांस ली उसने अपने पैरों का धन्यवाद किया। 


Moral of the story


सिख: सुंदर वही है जो समय पर काम आए। 



10. गीदड़ का बच्चा और शेर का परिवार Top 10 Moral Stories In Hindi


गीदड़ का बच्चा और शेर का परिवार Top 10 Moral Stories


एक जंगल था उस जंगल में एक शेर अपने परिवार के साथ रहता था उसकी एक बीवी थी और दो बच्चे उनका खुशहाल परिवार था शेर कहीं जा रहा था और बोलता है मैं तुम सबके लिए खाना लेकर आऊंगा अब चलता हूं शेर खाने की तलाश में निकला जब वह झाड़ियों में जाकर देखता है।


तो गीदड़ का बच्चा मिलता है गीदड़ का बच्चा डरा हुआ था और आंखें बंद करके ककाँप रहा था शेर उस गीदड़ के बच्चे को मुंह में उठाकर अपने साथ लेकर जाता है शेरनी बोलती है उसे देखकर तो अब हमारे तीन बच्चे हैं और अब यह साथ मिलकर खेलेंगे।


बच्चे साथ में गुफा के बाहर खेल रहे थे तभी वहां से एक हाथी गुजरा हाथी को देखकर शेर के बच्चे उसकी और आक्रमक हो गए पर वह गीदड़ का बच्चा डर गया और घबरा गया वह गुफा के अंदर चला गया शेर के बच्चे बहुत ही साहसी थे वह तब तक हाथी पर गुर्राते रहें।


जब तक हाथी वहां से चला नहीं गया जब हाथी वहां से भाग गया तो गीदड़ का बच्चा अपना सर झुका कर गुफा से बाहर निकला बाद में सब जब खाना खाने बैठते हैं तब शेर का एक बच्चा बोलता है मम्मा पता है एक हाथी आ गया था तो गीदड़ का बच्चा उसे देखकर गुफा में भाग गया


तो हम दोनों ने उसे डरा कर भगा दिया पर गीदड़ का बच्चा डर गया। गीदड़ का बच्चा रोने लगा और बोलता है मैं अलग दिखता हूं और मैं अलग हरकतें करता हूं मुझे अपने परिवार के पास पहुंच जाना चाहिए शेर बोलता है घबराओ मत हम तुम्हारे परिवार को ढूंढने में तुम्हारी मदद


करेंगे अगले दिन सुबह शेर का परिवार और गीदड़ का बच्चा उसके परिवार को ढूंढने निकल पड़े एक गीदड़ के परिवार को देखकर बच्चा बोलता है मिल गए वह मेरी मम्मी और मेरे पापा और वह रहा मेरा पूरा परिवार शेर का परिवार कुछ दूर रुक गया और गीदड़ को उसके परिवार के पास


लौट जाने को कहा गीदड़ का बच्चा जाने लगा उसकी आंखें नम थी फिर अपने परिवार से मिलता है तो गीदड़ का परिवार उससे प्यार जताने लगा और उनके साथ अपने शरीर को घिसने लगा इस तरह वह अपने प्रेम और स्नेह जताते हैं।


Moral of the story


सीख: अपनों के बिना जीवन अधूरा होता है। 


हमें उम्मीद है की आपको Top 10 Animal Moral Stories In Hindi पढ़ कर काफी मजा और उससे नहुत कुश सिखने को मिला होगा यह Moral Stories, Kahaniyan केवल Kids के लिए नहीं बल्कि बड़े लोगो को भी शिक्षा प्रदान करती है। और उनको अपने बच्चो को सुनाने के लिए कहानिया मिल जाती है। ये Motivational पोस्ट कैसी लगी। हमें comment करके जरूर बताये। जिससे हमें और कहानियाँ लिखने की प्रेरणा मिलेगी। इस पोस्ट को अपने बच्चो ,फॅमिली , और दोस्तो के साथ Share ज़रूर करें।



Best Top 10 Short Stories for Kids in Hindi | बच्चों की कहानियाँ



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