Top 10 Short Moral Stories In Hindi | Moral Stories In Hindi

Top 10 Moral Stories In Hindi बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी 100 BEST LIFE चैंजिंग Story


Top 10 Short Moral Stories In Hindi



Top 10 Moral Stories In Hindi बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी 10 BEST Motivational Stories ये कहानी आप जो Hindi Stories पढ़ने जा रहे है उनको ध्यान से और उनको अपने जीवन में अपनाने की कोशिश कीजिये।

यहाँ कहानिया आपको और आपके बच्चो ,साथिओ को एक नेक जीवन जीने और मजबूरो की सहायता करने के लिए प्रेरित करती है।

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1. नकारात्मक सोच मोरल स्टोरी इन हिंदी LIFE changing Moral Stories In Hindi


नकारात्मक सोच Moral Stories Hathi and people



एक आदमी कहीं जा रहा था तभी उसने सड़क के किनारे एक हाथी को बंधे हुए देखा तो वह अचानक रुक गया उसने देखा कि हाथी के अगले पैर में एक रस्सी बंधी है उसे इस बात का बड़ा आश्चर्य हुआ कि हाथी जैसे विशालकाय जीव लोहे की जंजीरों की जगह बस एक छोटी सी रस्सी से बंधे हुए हैं यह स्पष्ट था कि हाथी जब चाहे अपने पैरों की बनी रस्सी को तोड़कर कहीं भी


जा सकता था पर किसी वजह से वह ऐसा नहीं कर रहा था उसने पास खड़े व्यक्ति से पूछा कि यह हाथी किस प्रकार इतनी शांति से खड़े हैं और भागने का प्रयास नहीं कर रहा है तो उस व्यक्ति ने कहा इन हाथियों को छोटे छोटी उम्र से ही इन रस्सियों से बांधा जाता है


उस समय इनके पास इनकी शक्ति नहीं होती है कि इस बंधन को तोड़ सके बारबार प्रयास करने पर भी नहीं तोड़ पाने की वजह से उन्हें धीरे-धीरे यकीन हो जाता है कि वह रस्सी को तोड़ नहीं सकते और बड़े होने पर भी उनका यह यकीन बना रहता है इसलिए वह कभी इन रस्सी को तोड़ने का प्रयास नहीं करते आदमी सोच में पड़ गया कि यह ताकतवर जानवर इसलिए इस रिश्ते को नहीं तोड़ सकते क्योंकि वह इस बात पर यकीन करते हैं कि वह ऐसा नहीं कर सकते।

इन हाथियों की तरह ही हममें से कई लोग सिर्फ अपने पहले मिली असफलता के कारण यह मान बैठते हैं कि अब हमसे यह काम नहीं हो सकता और अपने ही बनाए हुए मानसिक जंजीरों में बंधे हुए पूरा जीवन गुजार देते हैं।




Lessons learned from this story :- याद रखिए कि असफलता जीवन का एक हिस्सा है और निरंतर प्रयास करने से सफलता मिलती है यदि आप भी किसी ऐसे बंधन से बंधे हैं जो आपको अपने सपने सच करने से रोक रहा है तो उसे तोड़ डालो। 



2. एक लोटा पानी बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंद


एक लोटा पानी बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंद



बहुत समय पहले की बात है काफी दिनों से बारिश ना होने की वजह से एक गांव में सूखा पड़ गया हर तरफ हाहाकार मच गया पानी की कमी के कारण अब लोग मरने लगे गांव में केवल एक ही मास्टर थे जो पढ़े लिखे थे लोगों ने उनसे इस समस्या के समाधान के लिए एक उपाय खोजने को कहा मास्टर ने सूखे को रोकने और गांव में बारिश हो जाए इसके लिए बहुत सारे प्रयास किए


लेकिन कोई भी प्रयास सफल ना हुआ गांव में सूखे की समस्या पहले की तरह ही बनी रही गांव के लोगों के सामने सभी रास्ते बंद हो चुके थे वह बहुत दुखी हो चुके थे और हाथ जोड़कर भगवान से प्रार्थना करने लगे तू ही अब हमें मरने से बचा सकता है तभी वहां भगवान द्वारा एक दूत  प्रकट हुआ और उसने गांव वालो से बोला अगर आज रात गांव के हर लोग उस कुएं में एक लोटा दूध बिना कुए के अंदर देखे हुए डाल देगा तो कल से ही आपके गांव में सूखे की समस्या खत्म हो


जाएगी और बारिश हो जाएगी यह कहकर वह दूत वहां से गायब हो गया गांव के लोग यह समाधान जान कर बहुत खुश हुए और उन्होंने सभी गांव वासियों से बिना उसमें झांके एक लोटा दूध डालने का निवेदन किया सभी लोग दूध डालने को तैयार हो गए रात को जब कुछ लोग कुएं में दूध डालने लगे तब एक कंजूस व्यक्ति ने सोचा कि गांव के सभी लोग उस कुएं में तो दूध डालेंगे अगर मैं अकेले एक लोटा पानी डाल दूंगा तो किसी को पता भी नहीं चलेगा


यह सोचकर उस व्यक्ति ने कुएं में एक लोटा दूध की जगह एक लोटा पानी डाल दिया अगले सुबह तक लोगों ने बारिश का इंतजार किया लेकिन अभी भी गांव में सूखा पड़ा हुआ था और बारिश का कोई नामोनिशान नहीं था सब कुछ पहले जैसा ही था लोग सोचने लगे कि आखिर बारिश क्यों नहीं हो रही इस बात का पता लगाने के लिए गांव के बाहर उस उस कुएं में देखने गए उस कुएं में झांक कर देखा तो सभी के सभी हैरान रह गए पूरा कुआं केवल पानी से भरा हुआ था


उसमें एक बूंद भी दूध नहीं था सभी ने एक दूसरे की तरफ देखा और तभी सब समझ गए सूखे की समस्या अभी तक समाप्त क्यों नहीं हुई।  



दोस्तों ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि जो बात जो उस कंजूस आदमी के दिमाग में आई थी वही बात गाऊँ के सभी लोग दूध डालेंगे अगर वह एक लोटा पानी डाल देगा तो पता नहीं चलेगा वही बात पूरे गांव वाले लोगों के दिमाग में आई थी और हर व्यक्ति ने दूध की जगह एक लोटा पानी कुएं में डाल दिया था। 


Lessons learned from this story :- तो दोस्तों जो कुछ इस कहानी में हुआ आजकल वह सब हमारे जीवन में होना एक सामान्य बात है हम कहते हैं कि हमारे एक के बदलने से क्या पूरा संसार बदल जाएगा लेकिन याद रखें कि बूंद बूंद से ही सागर भरता है अगर हम दूसरों लोगों पर अपने काम की जिम्मेदारी डालेंगे डाले बिना हम अपने काम को स्वयं पूरी ईमानदारी से मेहनत से करें तो हम अकेले ही समाज में बदलाव लाने के लिए काफी हैं ।



3. मुर्गी की फसल अच्छी स्टोरी Moral Stories for Children's in Hindi



मुर्गी की फसल Moral Stories for Childrens



एक मुर्गी को कुछ गेहूं के दाने मिले उसने अपने दोस्तों से कहा दोस्तों चलो गेहूं बोने चले बत्तख बोली मैं तो अपने बच्चों को तैरना सिखा रही हूं मुझे फुर्सत नहीं है तोता बोला मैं बीमार हूं तुम्हारी सहायता नहीं कर सकता मुर्गी ने दाने बोय गेहूं की फसल हुई अब काटने की बारी आई लाल मुर्गी बोली आओ मिलकर गेहूं काटे बत्तख बोली मैं बाजार जा रही हूं तोता बोला


मैं अपने दोस्तों के साथ खेल रहा हूं मैं नहीं आ सकता मुर्गी ने गेहूं की फसल काटी और गेहूं के दाने इकट्ठे किए अब अब गेहूं पीसने की बारी आई मुर्गी ने पूछा दोस्तों गेहूं पीसने में मेरी मदद कौन करेगा बत्त्तख बोली मैं अपनी मौसी के पास जा रही हूं मैं गेहूं नहीं पीस सकती तोता बोला मैं उनके गेहूं पीसकर अपने सुंदर पंख खराब नहीं कर सकता उससे बहुत धूल उड़ती है मुर्गी ने


गेहूं पीसा आटे की रोटियां बनाई रोटियां देख कर सबका मन ललचा उठा वह देख रहे थे कि मुर्गी खाने के लिए भी उनका साथ मांगेगी तब वो हां कहेंगे लेकिन मुर्गी ने ऐसा नहीं किया बत्तख और तोता पछताने लगे दोनों मुर्गी के पास गए और बोले हमें माफ कर दो मुर्गी बहन हम समझ


गए हैं मिलजुल कर कर काम करने मैं आनंद आता है काम भी जल्दी हो जाता है तोता बोला और फिर मुर्गी मुस्कुराए सब समझ गए कि मुर्गी ने उन्हें माफ कर दिया बत्तख जल्दी से टमाटर की चटनी ले आई तोता मीठे मीठे अमरुद लाया सबने मिलकर रोटी चटनी के साथ खाई फिर अमरूद का को बांटकर अमरूद खाए और बोले वाह क्या दावत थी




Lessons learned from this story :- संदेश मिलजुल कर काम करने में आनंद आता है। और परिश्रम करने से कामयाबी मिलती है। 



4.रानी की हट बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी – Short Moral Stories Hindi


रानी की हट – Short Moral Stories Hindi



एक समय की बात है एक देश की महारानी बहुत ही घमंडी और बहुत ही सनकी थी किसी को उसका स्वभाव पसंद नहीं था पर रानी के विरुद्ध जाने की किसी की हिम्मत नहीं थी वह अपने इकलौते पुत्र का विवाह करना चाहती थी रानी अपने राजकुमार का विवाह दुनिया की सबसे सुंदर


व कोमल राजकुमारी से करना चाहती थी राजकुमार के लिए देश-विदेश कि कई राजकुमारियों के रिश्ते आए परंतु रानी को कोई पसंद नहीं आया हर किसी में वह कोई ना कोई दोष बता देती और मना कर इंकार कर देती थी एक से एक सुंदर और कोमल राजकुमारियां आई पर रानी ने सबको


इंकार कर दिया रानी ने बहुत रिश्ते ठुकराए यह बात आसपास के सभी देशों में फैल गई सभी रानी की अद्भुत इच्छाओं से हैरान थे कि आखिर है अपने पुत्र के लिए कैसी बहु चाहती है यह बात जब एक देश की राजकुमारी को पता चली तो वह महारानी से मिलने लिए उत्सुक हो उठी


वह महारानी से मिलने मिलकर यह जानना चाहती थी आखिर में राजकुमार के लिए कैसी लड़की तलाश कर रही है राजकुमारी ने अपने पिता को अपनी इच्छा बताई और महारानी के पास जाने की आज्ञा मांगी राजकुमारी के पिता अपनी बेटी की बात को आदेश मानकर राजकुमारी ने एक राजदूत भेजकर रानी को संदेश भिजवाया कि वह जल्द ही रानी से मिलने आएगी


राजकुमारी के प्रस्ताव को  रानी ने स्वीकार कर लिया और महल का एक कमरा बहुत अच्छे से तैयार करवा दिया राजकुमारी महल में पहुंची तो रानी ने उसका भव्य स्वागत कर उसे उसके कमरे में ठहरा दिया राजकुमारी बहुत सुंदर थी तथा रानी को राजकुमारी अच्छी सुंदर लगी परंतु वह इतनी कोमल है कि यह जांचने के लिए रानी ने राजकुमारी के पलंग पर मटर के 


3 दाने दाल दिए। रात को राजकुमारी पलंग पर लेटी तो उसे नींद नहीं आई मटर के 3 दाने उसे रात भर जागते रहे उसने पूरी रात करवट बदल बदल कर काटी सुबह जब राजकुमारी जगी तो उसके सारे शरीर में दर्द हो रहा था उसकी पीठ पर जगह-जगह नील पड़ गए थे यह देखकर रानी समझ गई कि यह उसके मापदंड पर खरी उतरने वाली राजकुमारी है जो सुंदर भी है


और बहुत कोमल भी है महारानी ने घोषणा कर दी कि उन्हें अपने मनपसंद बहू मिल गई है रानी ने धूमधाम से विवाह की तैयारी शुरू कर दी नववधू के लिए कई रत्न और आभूषण बनवाए पर राजकुमारी ने एक भी गहना पहनने से इंकार कर दिया कारण उसके कोमल अंग गहनों का भार सहन नहीं कर सकते थे रानी है देख कर बहुत दुखी हुई उन्हें अपने भूल पर पछतावा होने लगा कि उसने जिद्द में आकर इतनी कोमल बहु क्यों चुन ली । 


Lessons learned from this story :- इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि ज्यादा हट

का परिणाम बुरा होता है। किसी न किसी में कोई कमी होती ही है।



5. आलसी लोग Short Moral Stories Hindi


आलसी लोग Short Moral Stories Hindi



एक गांव में एक किसान रहता था जो रोज सुबह उठकर दूर झकरने से अपने दो घडो  में पानी भर कर लाता था वह घडो को एक झंडे में बांधकर अपने कंधों पर लटका लेता था एक फूटा हुआ था और दूसरा एकदम सही था इस वजह से रोज घर पहुंचते-पहुंचते किसान के पास डेढ़ घड़ा पानी ही बच पाता था ऐसा 1 साल से चल रहा था सही खड़े को इस बात का घमंड था कि


वह पूरा का पूरा पानी घर पहुंच आता है और उसके अंदर कोई कमी नहीं है वहीं दूसरी तरफ फूटा घड़ा इस बात पर शर्मिंदा था कि वह आधा पानी है घर पर पहुंचा पाता है और किसान की मेहनत बेकार चली जाती है फूटा घड़ा यह सब सोचकर परेशान रहने लगा और 1 दिन उससे रहा नहीं गया उसने किसान से कहा मैं खुद पर शर्मिंदा हूं और आपसे क्षमा मांगना चाहता हूं


क्यों उस किसान ने पूछा किस बात से शर्मिंदा हो घड़ा बोला शायद आप नहीं जानते पर मैं एक जगह से फूटा हुआ हूं और पिछले 1 साल से मुझे जितना पानी पहुंचाना चाहिए था बस उसका आधा पानी ही पहुंचा पाया हूं मेरे अंदर यह बहुत बड़ी कमी है और इस वजह से आपकी मेहनत बर्बाद होती रही है टूटे घड़ी ने दुखी होते हुए कहा किसान को घड़े की बात सुनकर थोड़ा दुख हुआ


और बोला कोई बात नहीं मैं चाहता हूं कि आज लौटते वक्त तुम रास्ते में पड़ने वाले सुंदर फूलों को देखो घड़े ने वैसा ही किया वे रास्ते भर सुंदर फूलों को देखता हुआ आया ऐसा करने से उसकी उदासी कुछ कम हुई पर पहुंचते-पहुंचते फिर उसके अंदर से आधा पानी गिर चुका था वह मायूस हो गया और किसान से क्षमा मांगने लगा किसान बोला शायद तुमने ध्यान नहीं दिया पूरे रास्ते में जितने भी फूल थे वह बस तुम्हारी तरफ ही थे सही घडे की तरफ एक भी फूल नहीं था


ऐसा इसलिए क्योंकि मैं हमेशा से ही तुम्हारे अंदर की कमी को जानता था और मैंने उसका लाभ उठाया मैंने तुम्हारे वाले रास्ते पर रंग-बिरंगे फूलों के बीज बो दिए थे तुम थोड़ा थोड़ा रोज उन्हें सींचते रहे उन्हें पानी देते रहे और उन्हें और उस रास्ते को इतना खूबसूरत बना दिया और तुम्हारी वजह से ही इन फूलों को आज मैं भगवान को अर्पित कर पाता हूं और अपने घर को सुंदर बना पाता हूं तुम ही सोचो अगर तुम जैसे हो वैसे नहीं होते तो भला क्या मैं यह सब कर पाता ।



Lessons learned from this story:- तो दोस्तों हम सभी के अंदर कोई ना कोई कमी होती है पर यही कमी हमें अनोखा बनाती है उस किसान की तरह हमें भी हर किसी को वह जैसा है वैसे ही स्वीकार करना चाहिए । 

और उसकी अच्छाई की तरफ ध्यान देना चाहिए तब फूटा घड़ा भी अच्छे घड़े से ज्यादा मूल्यवान हो जाएगा ।



6. Short Moral Stories In Hindi माली बाबा 


माली बाबा Short Moral Stories In Hindi



एक थे माली बाबा वो बगीचे में पौधा लगा रहे थे उसी समय उस नगर का राजा उधर से जा रहा था

राजा भेष बदलकर जनता का हाल जानने निकला था राजा ने देखा कि माली बाबा ने बड़े लगन से पौधा लगाया वह बूढ़े हो चले थे फिर भी पौधा लगा रहे थे यह देख कर राजा को आश्चर्य हुआ मन ही मन वह सोचने लगे कब यह पौधा बड़ा होगा कभी यह फल देगा जब फल देगा


तब तक क्या माली जिंदा रहेगा नगर का राजा माली बाबा के पास पहुंचा और उनसे पूछा तुम किस

चीज का पौधा लगा रहे हो माली बाबा ने जवाब दिया नारियल का राजा ने पूछा इसमें फल कब लगेंगे माली बाबा ने  बोला 15 वर्षों के बाद राजा ने पूछा क्या तुम इतने दिनों तक जीवित रह


पाओगे तभी माली बोले नहीं लेकिन मेरे बेटे बेटियां और नाती पोते तो इसके फल खाएंगे राजा

कुछ और पूछता उसके पहले ही माली बाबा ने हंसकर कहा अरे भाई मैं भी तो अब तक अपने बाप दादा के लगाए पेड़ों के फल खा रहा हूं वह देखो जो अमरुद का पेड़ है उसे मेरे दादाजी ने लगाया था राजा मन ही मन प्रसन्न होकर लौट गया अगले दिन उसने माली बाबा को दरबार में बुलाया और ढेर सारे इनाम दिए ।


Lessons learned from this story:- तो बच्चों इस moral Stories से सीख मिलती है कि जो दूसरों की भलाई के बारे में सोचता है वह महान व्यक्ति होता है ।



7. मेहनत का फल बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी


मेहनत का फल बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी



एक गांव में 2 दोस्त रहते थे रोहन और रवि दोनों ही आवारा घूमते थे उनके पास कोई काम करने को नहीं था और उन्होंने ढूंढने का प्रयास भी किआ पर उन्हें कोई काम नहीं मिला तब वह एक अपने गुरुजी के पास जाते हैं उनसे बोलते हैं गुरुजी आप हमें कुछ रुपए दे दीजिए जिससे हम अपना कोई नया काम शुरू कर सकें और पैसे कमा सके गुरु जी बोलते हैं ठीक है मैं दे देता हूं


तुम्हें लेकिन यह पैसे तुम्हें मुझे 6 महीने में वापस लौटाने होंगे दोनों दोस्त बोलते हैं ठीक है गुरुजी वह दोनों को हजार हजार रुपए देते हैं फिर दोनों दोस्त चले जाते हैं रवि रोहन से पूछता है तुम इन पैसों का क्या करोगे रोहन बोलता है अब मैं घूमूँगा रवि बोलता है नहीं इससे बिजनेस करो कोई काम शुरू करो इससे हमारी तंगी दूर हो जाएगी और हम 6 महीने बाद गुरु जी को पैसे लौटा सके रोहन बोलता है जबकि जब देखी जाएगी दोनों दोस्त अलग हो जाते हैं




और 6 महीने बाद गुरुजी के पास आ जाते हैं गुरुजी पूछते हैं रोहन से रोहन बताओ कितने रुपए लाए हो और मेरे पैसे भी वापस दो रोहन सर नीचे करके उदास मन से बोलता है कि मुझे ठग लिया है किसी ने मेरे पास कुछ भी नहीं है तभी गुरु जी रवि से पूछते हैं क्या तुम्हारा भी यही जवाब है


रवि बोलता है नहीं गुरु जी मैं एक दिन ऐसे ही घूम रहा था तभी मुझे एक किसान मिला वह बहुत दुखी था उसके फल सब्जियां बिक नहीं रहे थे तो मैंने उससे वह सब्जी खरीद ली और मार्केट में जाकर बेच दी तो वो रोज मुझे अपने सब्जियां देने लगा और मैं उसे मार्केट में जाकर बेच ने  लगा अब मेरी खुद की दुकान है तो रोहन ने उनको एक हजार रुपए और 1000 रुपए और दिए और कहां किसी मददगार कि आप मदद कर दीजिएगा



Lessons learned from this story:- तो दोस्तों इस Moral Stories से ये सिख मिलतीं है कि

मेहनत का फल कभी जाया नहीं होता आप मेहनत करते रहिए सफलता आपके कदम चूमेगी जरूर ।



8. Top 10 Moral Stories In Hindi धोखाधड़ी से खुद का नुकसान 


Kowa or lomadi धोखाधड़ी से खुद का नुकसान



एक गांव वहां एक पीपल का पेड़ था जो चैंकी का घर था हमेशा की तरह एक दिन जल्दी ही सुबह

सभी कौवा खाने की तलाश में निकल पड़े सिवाय एक कौवे के उसका नाम चैंकी था चैंकी पूरी रात खराटे लेकर सूरज की किरने निकले तक को सोता रहा फिर वह उठा और बोल और सूर्य उदय हो गया समय क्या हो रहा है हैं भगवान 9:00 बज चुके हैं सब लोग जा चुके हैं


अब मुझे अकेले ही जाना पड़ेगा तभी एक कोवा आता है उसे बोलता है तुम इतने आलसी मत बनो वर्ण पछ्ताओग और तुम्हे आलसी लोगो के बारे में जानना है की उनको कितनी परेषानियो का समाना करना पड़ता है तो तुम moral stories for kids सुनो इतना सुन कर शेंकी मुँह बनता है और उसे इग्नोर कर के फ़िर उड़ चला चैंकी की खाने की तलाश में गांव की गालिओ को


तलाशने लगा शेंकी उड़ते उड़ते थक गया और एक छत पर जाकर बैठ गया वह बोला मुझे भूख लगी है अपनी भूख कैसे मिटाएं अभी वह फिर उड़ता है उसने हर तरफ देखा यह पता करने की खुशबू कहां से आ रही थी एक बूढ़ी औरत बड़ा तल रही थी जिसकी वह खुशबू थी वाड़ा का साइज देखकर लकी के मुंह में पानी आ गया और तुरंत उसे बड़ा खाने की इच्छा हुई तो चैंकी नीचे उतरा


और औरत के पास जाकर बैठ गया और बोला चैंकी धीरे से उस बड़े की प्लेट के पास गया बूढ़ी दादी बोली है तुम क्या यहां पड़ा चुराने आए हो मैं तुम्हें मार दूंगी कौवा बोला कितनी बुरी औरत है बड़ा पाना तभी मुमकिन होगा जब यह यहां नहीं होगी क्या करें और सोचने लगा फिर चैंकी को एक तरकीब सूची जल्दी से वह घर के पिछवाड़े चला गया और उसने बोला दादी मां यहां आना


जरा दादी मां बोली मैं अभी आती हूं और जैसे ही वह औरत घर के पीछे गई चैंकी ने सामने आकर बड़ा उठा लिया और घर की ओर रवाना हो गया चैंकी बहुत खुश था और वड़ा खाने ही वाला था की उसी वक्त उसे सनी नाम का लोमड़ी उसके पास से गुजरा जैसे ही उसने बड़े को देखा वह चैंकी से छीन लेना चाहता था और बोलता है ओ हो हो क्या किस्मत है इससे वडा लेने के लिए इसे कुश झांसा देने के लिए मुझे कुछ सोचना पड़ेगा. वो बोलता है हेलो चैंकी की यही तुम्हारा नाम है


ना चैंकी कितना खूबसूरत है तुम्हारी आंखें तो प्यारी और न्यारी है मेरे दोस्त और तुम्हारी पंक उसकी तारीफ के लिए मेरे पास शब्द ही नहीं है चैंकी सुनता रहता है फिर सनी बोलता ही रहा और चैंकी को अपनी तारीफ अच्छी लगी और यह बातें सुनकर वह फूला नहीं समा रहा था तभी सनी बोला ऐसे खूबसूरत पक्षी की आवाज भी बहुत ही खूबसूरत होनी चाहिए तुम मेरे लिए एक गाना गाओ गे शेंकी की पूरी तरह बहक चुका था और वह बोलने लगा कांव-कांव और जैसे उसके मुंह से बड़ा छूटता है वह बोलता है मैं तो बेवकूफ बन गया और तभी सनी ने उसे उठा लिया


और बोलता है बड़े को खाने से पहले उसके ऊपर से मिट्टी साफ कर लेता हूं और वह उसे उठाकर भाग गया और कौवा देखता ही रह गया और बोलता है में तो बेवकूफ बन वह मायूस हो गया और बोलता है मुझे उस लोमड़ी की बात नहीं माननी चाहिए थी वो रोने लगता है।


Lessons learned from this story:- कभी किसी को धोका नहीं देना चाहिए क्या पता जिस चीज़ के लिए आपने उससे धोका दिया वो किसी के लिए जान से ज्यादा कीमती हो।


9. नटखट गुल्लू Top 10 Moral Stories In Hindi


नटखट गुल्लू thief or dog



सच्ची दोस्ती यह कहानी है नटखट गुल्लू और उसकी बहन पिंकी की

एक बार गुल्लू और पिंकी अपने घर के गार्डन में खेल रहे थे कि तभी उन्हें कुत्ते के भौंकने की आवाज सुनाई दी पहले तो उन्होंने उस पर ध्यान नहीं दिया लेकिन जब कुत्ते ने भोकना बंद नहीं किया तो पिंकी गेट के पास देखने गई कि आखिर में माजरा क्या है वह बोली क्यों भोक रहे हो


क्या हुआ है तभी गुल्लू बोला लगता है ये ऐसे नहीं मानेगा इसे तो मैं बताता हूं गुल्लू बोला पिंकी बोली इस तरह किसी भी बेजुबान को मारना बहुत ही गलत बात है उसे पत्थर से मत मारो पिंकी बोली चलो इसे अंदर लेकर चलते हैं फिर वह पिंकी उसे प्यार से उसे घर के अंदर लेकर गई उसका


जख्म साफ किया उसकी मरम पट्टी की पानी पिलाया और बहुत प्यार किया और बोलि अब तुम बिल्कुल ठीक हो जाओगे और आज से हमारे साथ ही रहोगे अरे लेकिन तुम्हें हम क्या कह कर बुलायेंगे सोचते हुए मोती कैसा रहेगा आज से हम सब तुम्हें मोती कहकर बुलाएंगे गुल्लू बोला ये हमारे साथ नहीं रह सकता ये कितना गंदा है गुल्लू नटखट को यह बात अच्छी नहीं लगी भला कोई किसी जानवर को कैसे कोई इतना प्यार कर सकता है बस यही ख्याल गुल्लू के मन में चल रहा था कुछ भी हो जाए मैं इस कुत्ते को यहां से भाग कर ही दम लूंगा गुल्लू बोला लेकिन पिंकी


को कुत्ते से इतना प्यार करते देख गुल्लू को जलन के मारे बुरा हाल था लेकिन नटखट गुल्लू कहां रुकने वाला था मोती घर से भाग जाए इसलिए गुल्लू शैतानी तरीका बनाने लगा उसका खाना फेंकने लगा उसकी बम उसकी पूछ  पर बांध देता और जब उसे तंग करता तब तक पिंकी आकर उसे बचा लेती ह और उसे अंदर ले जाती हैं और फिर कुल्लू ने मोती को बाहर बंधा हुआ देखा और उसके मन में एक शैतानी सुझ्झी और वो बोला आज मैं तुझे देख कहीं दूर छोड़ जाऊंगा जहां से तू कभी वापस आए नहीं पाएगा और वो उसे दूर छोड़ आता है तभी पिंकी आती है


और देखती है चारों तरफ से मोती नहीं दिखता गुल्लू से पूछती है तुमने कहीं मोती को देखा पता नहीं वह कहां चला गया गुल्लू मना कर देता है मैं तो सो रहा था मुझे नहीं पता फिर पिंकी का रो-रोकर बुरा हाल था गुल्लू को पिंकी  के लिए दुख तो बहुत था लेकिन वह खुश था कि अब मोती चला गया था रो मत पिंकी क्या पता मोती खुद कहीं चला गया हो पिंकी बोली वह मेरा बेस्ट फ्रेंड था फिर एक रात घर में चोर घुस आया किस की आवाज आती है बचाओ बचाओ बचाओ कोई तभी उन दोनों के मम्मी पापा उठ जाते हैं और देखते हैं लगता है कोई चिल्ला रहा है


और तभी पिंकी भी उठ जाती है और गुल्लू को उठाती है और उससे बोलती है उठो मैंने अभी मोती की आवाज सुनी गुल्लू बोलता है सो जाओ मोती नहीं आने वाला फिर बोलता है अच्छा चलो चल कर देखते हैं तभी वहां पर चोर होता है और बोलता है हटाओ इसे मुझे बचाओ इस कुत्ते से पिंकी बोलती है वह बोलती है छोड़ो उसे मोती लेकिन इसने तो कभी किसी का नुकसान नहीं किया फिर यह तुम पर क्यों भोक रहा है कौन हो तुम तभी गुल्लू की नजर अपनी साइकिल पर पड़ती है जो जमीन पर गिरी हुई थी तभी गुल्लू बोलता है यह चोर है और यह साइकिल चुराने


आया था क्यों सही कह रहा हूं ना मैं तभी पिंकी बोलती है तुम चोर हो और इससे पहले अगर मैं मोती को दोबारा तुम पर हमला करने के लिए छोड़ दूं तुम चले जाओ यहां से यह कहते ही चोर भाग जाता है फिर गुल्लू माफी मांगता है पिंकी से और बोलता है मुझे माफ कर दो पिंकी बोलती है तुम क्यों माफी मांग रहे हो गुल्लू बोलता है इसलिए क्योंकि मुझे इसका घर में आना बिल्कुल पसंद नहीं था और इसीलिए मैं ही मोती को जंगल में छोड़ कर आया था लेकिन यह वापस कैसे आया पिंकी बोली यही तो खास बात होती है इनकी यह जिसे अपना दोस्त बना लेते हैं


उनका साथ कभी नहीं छोड़ते जब तुम्हें मोती को जंगल छोड़ा है तो वह खुद हमारे घर चला आया और जब इसने चोर को अंदर घुसते देखा तो उसकी जमकर खबर ली 


Lessons learned from this story :-गुल्लू बोला सही कहा कि हम सभी को इन बेजुबान जानवरों से सीखना चाहिए कि सच्ची दोस्ती किसे कहते हैं और इस तरह गुल्लू को अपनी गलती का एहसास हो गया उस दिन से गुल्लू और मोती की अच्छी दोस्ती हो गई पिंकी बोली अब तो सीख लिया अब आपकी बारी।



10. झूठा तोता बेस्ट नानी की कहानियाँ हिंदी


झूठा तोता nani Ki kahani


एक स्कूल था वह बच्चो के दादा जी अपने बच्चो से बोले तो तुम्हारा स्कूल का दिन कैसा गया मुन्नू बोला बहुत अच्छा जा रहा है दादाजी मुन्नी बोली हमने बहुत कुछ सीखा दादा जी बोले तुम्हारे नए टीचर कैसे हैं मुन्ना बोला बहुत अच्छे हैं दादाजी उन्होंने सब से पूछा कि हम छुट्टियों में कहां गए थे दादा जी बोले तो तुमने क्या कहा मुन्नी बोली दादा जी इसने झूठ कहा कि यह पेरिस किया था दादा जी बोले हो तुमने झूठ क्यों बोला मुन्ना दादा जी सब अच्छे अच्छी जगह घूमने गए थे तो मुझे कहना पड़ा कि दादा जी बोले तुमने झूठ बोला यह अच्छी बात नहीं है मुन्ना चलो अब उदास मत हो मैं तुम्हें पक पक नाम के तोते की कहानी सुनाता हूं दोनों बच्चे खुश हो गए और बोले कि यह कहानी सुनते हैं.

 

एक बार एक जंगल में एक तोता रहता था जिसका नाम था पक पक पक पक को बात बढ़ा चढ़ाकर कहने की आदत थी तोता बोला पता है तुम्हें चिड़िया से कि आज मैंने क्या खाया मैंने बहुत सारी मिठाईयां बहुत सारा खाना बहुत बड़ी पार्टी थी वह उसमें मैंने बहुत कुछ खाया चिड़िया बोली सच में कहां पर चिड़िया पूछी कहां पर तोता बोला वह अमीर आदमी के घर पर मैंने बताया था ना वह बहुत अच्छा है मुझे महंगे महंगे तोहफे देता है तभी बगुला आता है और बोलता है


इतना मत फेको पक पक चिड़िया को बेवकूफ मत बनाओ मैंने तुम्हें सुखी मिर्ची खाते हुए देखा था तुम इसी पेड़ पर बैठ कर खा रहे थे तोता बोला तुम्हें पता है मेरे पास तुम जैसों के लिए वक्त नहीं है मुझे तो एक और दावत लेने जाना है चलता हूं बोल कर चला गया बगुला बोला उसकी बात मत सुनो वह झूठा है पर पक पक ने खुद को नहीं बदला वह ऐसे ही डींगे मारता रहा फिर


वह गाय के पास जाकर बोलता है पता है एक बार में सरस से भी ऊँचा उदा था  था और लोमड़ी से बोला शेर मुझे प्रधानमंत्री बनना चाहता है पर मैंने मना कर दिया हाथी से बोला मेरे पास बहुत सारा खजाना दबा हुआ है और में यह पूरा जंगल खरीद सकता हूं एक बार कोयल ने मुझे बोला कि मैं उससे बेहतर गाता हूं एक दिन एक कबूतर उस तरफ आया चिड़िया बोली तुम कितनी सुंदर पक्षी हो कौन हो तुम शुक्रिया मैं कबूतर हूं मैं कुछ ढूंढ रहा हूं चिड़िया बोली देखो भैया कोयल देखो हमारे यहां कौन आया है बहुत सुंदर मेहमान है ना कितना प्यारा पक्षी है बगुला बोला कितना सुंदर दिखता है शाही पक्षी दिखता ।

तभी वहां पकपक आया और बोला तुम कौन हो कबूतर बोला तुम पकपक होना तोता बोला हां तुमने मेरे बारे में सुना है कबूतर बोला हां दरअसल तभी तोता बात काट ते हुए बोलता है देखा तुम सब ने मेरा कितना नाम है बाहर वालों ने भी मेरे बारे में सुना है कबूतर जानते हो मैं बहुत सारे देश घूम चुका हूं कबूतर बोला हां पर फिर बात काटते हुए बोलता है मुझे एक बार ब्यूटी प्राइस भी मिला था तोता बोला मेरी बात तो सुन लो फिर तोते ने बात काटते हुए बोला मालूम है


इस जंगल में सबसे अमीर हूं मैं तभी कबूतर फिर बोला तुम सुन तो लो तभी शेर की आवाज आई वापस आ जाओ इसके पास पहले से ही सब कुछ है यह सही नहीं है फिर कबूतर बोला यही मैं तुमसे कब से बताने की कोशिश कर रहा था मैं शाही नौकर हूं शेर राजा चाहते हैं कि तुम उनके महल में आकर रहो वहा खाना महल में रहना सब कुछ मिलेगा लेकिन लगता है उन्होंने अपना मन बदल लिया तोता को यह सुनकर बुरा लगा और वह हकलाते हुए बोला पर पर पर मेरे पास तो कुछ नहीं है फिर कबूतर बोला अब जाने भी दो मैं अब चलता हूं यह सब बोलकर कबूतर चला गया बगुला हंसता हुआ बोला ऐसा ही होता है जब डींगे मारते हैं तोता उदास हो गया ।


Lessons learned from this story:- दादा जी बोलते हैं देखा बच्चों झूठ मत बोलो क्या पता कोई कहीं पर सुन रहा हो फिर बच्चे बोलते हैं मैंने अपना सबक सीख लिया दादाजी तो चलो अब देखते हैं कि अगले साल कहा जा सकते हैं हंसते हुए हा हा हा ।



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2 टिप्पणियाँ

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  2. आपका ब्लॉग बहुत अच्छा है, और आप लिखते भी बहुत अच्छा है। मैं गूगल मैं सर्च करके आपके ब्लॉग पर आया फिर मैंने आपका लेख पढ़ा, मुझे बहुत अच्छा लगा। इसके अलावा मैंने और भी कई लेख आपके ब्लॉग के पढ़े है। आप एक अच्छे ब्लॉगर और लेखक है।

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