स्कूल का होमवर्क​ Moral Story in Hindi​ | Short Moral Story for Kids

स्कूल का होमवर्क​ MORAL STORY IN HINDI


यह Moral Story for Kids के साथ Moral Stories in Hindi भी है। इस Hindi Story में आप जानेंगे की कैसे बच्चे काम को टालने के लिए स्कूल नहीं जाते और सबसे झूठ बोलते है। काम समय पर न करने पर उन्हें कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 


Moral Story in Hindi | स्कूल का होमवर्क​ | Short Moral Story for Kids


बहुत समय पहले किसी शहर में 8 साल का राघव  अपने मम्मी पापा के संग रहता था राघव को खेलना और और घूमना बहुत पसंद था इ सस सब में वह हमेशा स्कूल के होमवर्क को टाल  देता था वह बोला मम्मी स्कूल का होमवर्क में कल करूंगा और जिस दिन स्कूल में टीचर 


होमवर्क चेक करती थी उस दिन वह कोई ना कोई बहाना लगाकर स्कूल की छुट्टी कर लेता था  बोला मम्मी मेरा पेट बहुत दर्द कर रहा है मैं आज स्कूल नहीं जा सकता मम्मी बोली ठीक है राघव आज तुम घर पर आराम करो ऐसे ही बहुत दिन बीत रहे थे लेकिन एक दिन टीचर ने सभी बच्चों से कहा टीचर


बोली बच्चों मैं तुम्हारी हिंदी इंग्लिश और मैथ्स की नोटबुक चेक करूंगी इसलिए कल सभी बच्चे अपनी नोटबुक लेकर आएंगे बच्चे बोले ओके टीचर राघव का दोस्त राम जानता था कि राघव की कोई भी नोट बुक कंप्लीट नहीं है उसने कहा राघव अब तुम क्या करोगे तुम्हारी तो किसी भी सब्जेक्ट में नोट


बुक कंप्लीट नहीं है राघव बोला मुझे पता है इसलिए मैं कल स्कूल नहीं आऊंगा और फिर हमेशा की तरह राघव अगले दिन पेट दर्द का नाटक करने लगा बोला मम्मी मेरे पेट में बहुत दर्द हो रहा है मैं नहीं जा सकता स्कूल मम्मी बोली चलो कोई नहीं आज घर पर आराम करो और इसी तरह राघव की स्कूल


छुट्टी हो गई और उस स्कूल में टीचर एक-एक कर सभी बच्चे की नोटबुक चेक करने लगी तभी टीचर ने अपने घड़ी में देखा स्कूल की छुट्टी का समय हो रहा है उन्होंने यही देखकर सभी बच्चों से कहा बच्चों अभी स्कूल की छुट्टी का समय हो रहा है इसलिए जो बच्चे रह गए हैं उनके नोटबुक में कल चेक


करुंगी उसी शाम जब पार्क में राघव राम से मिला राम ने उसे सारी बात बताई टीचर ने कहा है जो बच्चों रह गए हैं उनकी नोटबुक करेंगे राघव बोला अच्छा तो फिर मैं कल भी नहीं आऊंगा और हंसने लगा



यह भी पढ़े:-
Maharaj Tukaram Story ( Mythology Story )


अगले दिन भी अगले दिन भी नोटबुक करते-करते स्कूल की छुट्टी का समय हो गया और एक बार फिर टीचर ने बच्चों से कहा जो बच्चे आज भी रह गए हैं उनकी मैं कल नोटबुक चेक करूंगी और इस बार भी राम ने राघव को यह बता दिया वह बोला अब टीचर ने कहा बाकी बच्चों की नोटबुक कल चेक करुंगी राघव बोला अच्छा मुझे कल भी छुट्टी करनी पड़ेगी और हंसने लगा

ऐसी वह छुट्टी मरता गया दिन बीतते गए छठे दिन छठे दिन जब बहाना लगाने की सोचा तो मम्मी ने उसे उसकी बात नहीं मानी और गुस्से में उससे कहा मैं तुम्हें 6 दिन  से देख रही हूं तुम तबीयत का बहाना बनाते हो और छुट्टी हो जाने पर सारा दिन दोस्तों के साथ खेलते हो इसलिए आज तुम्हें स्कूल

जाना ही पड़ेगा राघव बोला लेकिन मेरा पेट बहुत दर्द कर रहा है मम्मी बोली तुम चुपचाप स्कूल जाते हो या मैं तुम्हारे पापा को बुलाओ राघव को अपने पापा से बहुत डर लगता था इसलिए वह स्कूल जाने के लिए तैयार हो गया बोला ठीक है मम्मी मैं स्कूल जाता हूं राघव स्कूल क्लास में टीचर जैसे ही उसे देखा टीचर ने कहा राघव तो आज तुम स्कूल आ ही गए कबसे में तुम्हार ही इंतज़ार कर रही  थी।


अब जल्दी से अपनी नोट बुक लेकर मेरे पास आओ फिर राघव बहुत डर गया वो डरते हुए बोला। 

टीचर आज में नोट बुक्स लाना भूल गया फिर तुम नोट बुक्स लाना कैसे भूल गए। सॉरी टीचर टीचर ने कहा तुम कल नोट बुक्स लेकर जरुर आना और छुट्टी मत करना राघव समझ गया था।


की उसे अपनी नोटबुक्स कम्पलीट करनी ही पड़ेगी। उसने अपने दोस्त राम से कहा क्या तुम मुझे अपनी चारो सब्जेक्ट की नोटबुक दोगे राम बोला तुम उसका क्या करोगे तुम्हे तो अपनी नोटबुक्स दिखानी है ना राघव बोला पर मेरी नोट बुक्स कम्पलीट नहीं है इसलिए में तुम्हारी नोट बुक्स से देखकर अपनी नोट बुक कम्पलीट करूँगा।


राम बोला पर तुम्हे किस बात की चिंता हमेशा की तरह स्कूल की छुट्टी कर लेना। राघव बोला नहीं अब में इस काम को और नहीं टाल सकता इसलिय मुझे अब ये काम करना ही पड़ेगा। राम ने कहा पर तुम कल सुबह तक चारो नोट बुक कैसे कम्पलीट करोगे राघव बोला कैसे भी हो अब तो करना ही पड़ेगा। 


स्कूल का होमवर्क​ | Short Moral Story for Kids


राम ने अपनी नोट बुक्स देदी राघव घर पंहुचा। वो सीधा अपने कमरे में गया और काम करने बैठ गया वो सारा दिन और सारी रात काम करता रहा और सुबह होते ही उसने चारो नोट बुक्स कम्पलीट कर ली। काम पूरा होने पर उसने चेन की सास ली। 


उसने सोचा अब में बिना किसी डर के स्कूल जा सकता हु। अगले दिन वो चारो नोट बुक लेकर स्कूल पंहुचा। टीचर ने सबसे पहले राघव से कहा राघव अपनी नोट बुक्स लेकर आओ सारी रात काम करने की वजह से वो थका हुआ था उसकी आँखे भी लाल हो गयी थी।

राघव ने कहा लीजिये टीचर नोटबुक्स टीचर ने राघव का थका चेहरा देखा तो वो समझ गयी। की उसने सारी रात काम किया है। तभी टीचर ने कहा में जानती थी तुम्हारी नोट बुक्स कम्पलीट नहीं है और तुमने इसे सारी रात जागकर कम्पलीट किआ है इसलिए थकान के कारण तुम्हारी आँखे लाल दिख रही है।


राघव इसीलिए कहते है हमें अपना सारा काम साथ साथ करना चाहिए। ताकि बाद में हम सारा काम एक साथ करने की मुसीबत से बच सके। टालने से हमारा काम कम नहीं होता बल्कि और बढ़ जाता है। राघव बोला सॉरी टीचर अब से सारा काम साथ साथ करूँगा और कभी कोई काम नहीं टालूंगा। इस तरह राघव की हर काम को टालने की आदत छूट गई और वो हर काम साथ साथ करने लगा। 


Lessons learned from this story (Moral)


हमें कभी काम से जी नहीं चुराना चाहिए जो काम है उसे उसी समय पूरा कर लेना चाहिए नहीं तो आपको सारे काम एक साथ करने पड़ेंगे और उसमे फिर काफी गलतिया हो जाती है और आपको काफी दिक्क्तों का समना भी करना पड़ेगा।


यहाँ भी पढ़े। :


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ