साउथ की बहु | Moral Stories For Children In Hindi

साउथ की बहु


यहाँ कहानी Moral Storis in Hindi है और ये कहानी new moral stories है  इस कहानी में आपको पता चलेगा की फ़िल्मी ज्ञान अच्छा होता पर इतना नहीं की आप उसके आलावा कुछ और समझे ही नहीं।  


साउथ इंडियन बहू कांदा मौसी के लड़के एम की नई-नई शादी हुई थी अहम् और गरिमा की शादी और उनकी शादी लव मैरिज थी और शादी से पहले कांता मौसी कभी गरिमा से मिली नहीं थी और जब उन्हें पता चलता है कि की गरिमा साउथ इंडियन की है तब उन्हें काफी चिंता होती है कि एक साउथ इंडियन लड़की उनकी फैमिली में कैसे अर्जेस्ट होगी।  


साउथ की बहु  | Moral Stories For Children In Hindi




ऐसे में ही 1 दिन प्रतिभा जीतकर गरिमा जिद करती है की रात का खाना वहीं बनाएंगे गरिमा बोलती है ओ मां आज का खाना मैं बनाएगी जी आपको एक बहुत ही बढ़िया साउथ इंडियन दादी अम्मा मां बोलती है अरे बेटा वह तो ठीक है पर घर में इतना नारियल तेल नहीं है गरिमा बोली अम्मा नारियल तेल नहीं चाहिए


मां बोली क्या कहा पर साउथ इंडियन तो खाने में तो नारियल का तेल डालते हैं गरिमा बोली अम्मा बहुत सारे तरीके होते हैं जी मां बोली हां मैं जानती हूं मैं जानती हूं रवा डोसा डोसा मसाला डोसा इडली सांभर भी है तुम खाती नहीं हो मुझे तो लगा सब मद्रासी यही खाते हैं कन्या हंसती है और बोलती है मैं मद्रासी नहीं हूं


अम्मा मैं केरला से हूं केरला मां बोलती है करेला से काफी कड़वी जगह लगती है तो तुम वहां मद्रासी नहीं बोलते क्या गरिमा बोलती है अरे नहीं नाम मां मैं मलयालम बोलती थी मां बोलती मुलायम बोलते हो अच्छा ठीक है कम से कम भाषा तो मुलायम है गरिमा बोलती है यो यो अम्मा आप मेरे हाथ का खाना खा कर तो


देखिए मां बोलती है अरे बेटा हमें बख्श दो यह कभी करेला कभी मोरेला मुलायम पता नहीं क्या चल रहा है इधर और उन दोनों का डिस्कशन पर गरिमा काफी परेशान हो गई थी और उधर मौसी साउथ इंडियन की जानकारी 1990 की बॉलीवुड फिल्म से लेकर बेडशीट एमके काम पर निकल जाने के बाद गरिमा और मौसी दोनों साउथ इंडियन पर लड़ते रहते थे।


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साउथ की बहु  | Moral Stories For Children



कुछ एक ही महीना हुआ था अभी शादी को और इतनी परेशान हो चुकी थी कि उसको उसने ठान लिया था कि काम से जैसे ही संतोष लौटेगा वह उससे बात करें और अहम् आता है और गरिमा बोलती है आईयू अहम् तुम सुन रहे हो ना मेरी बात नमस्ते बोलता है आपसे अबे तुम कितने क्यूट हो यार गरिमा बोल दिया


अरे भाड़ में गया तुम्हारा क्यूट क्या तुम माजी से बात करोगे कि नहीं हम बोलता अरे लेकिन क्या बात करूं अभी बच्चों की तरह शुरू से तो नहीं सिखा सकता ना मैं थोड़ा एडजस्ट करो गरिमा वैसे भी मम्मी जी तुमसे बड़ी है थोड़ा कुछ सुना दे तो इतना बुरा नहीं मानना चाहिए गरिमा बोलकर अम्मा तुम कोई काम का नहीं जी और जितना पागल हो जाएगा ना उस दिन तुम एडजस्ट कर लेना हां जब हम के पास भी कोई मदद नहीं मिल पाई । 


तब गरिमा को लगने लगा कि अब कोई चारा नहीं है पर आखिर वह मां जी को समझा है तो समझाइए हमने यह तो गलत नहीं कहा था कि उन्हें सिखाना आसान नहीं होगा हम फिर भी मौसी से बात करने गया और मौसी को बुरा लगता है कि उनकी बहू को इतनी परेशानी है कि और यह और वह अपनी बहू के लिए तोहफा लेकर आती है और बोलती है आ रही है


बेटा तेरे लिए गिफ्ट लेकर आए गरिमा बोलता इसका क्या जरूरत था इसमें वैसे है क्या मोदी बोलती है अरे इसमें अर्जुन जी की फोटो है तुम उन लोगों की पूजा करते हो ना हमारे मंदिर में उनकी कोई फोटो नहीं है तो मैंने सोचा इसे मंदिर में रख दूंगी तो शायद तुम्हें अपना सा लगे यह सुनकर गरिमा को बहुत गुस्सा आया और अहम् पीछे से हंस रहा था गरिमा को समझ में आ गया था कि अगर कुछ करना है तो खुद ही को करना पड़ेगा इसी बात पर गरिमा को एक आईडिया आता है ।


अगले दिन जब मौसी उठती है और देखती है पूरे घर में सचिन की फोटो लगी है मौसी बोलती अरे यह किसने किया मामा जी आप महाराष्ट्र सचिन तेंदुलकर की पूजा करते हैं ना जी इसलिए आज सुबह सुबह में मैं मार्केट जा कर यह लेकर चलिए खाना खा लीजिए मौसी बेटा मैं मना लेती आप टेंशन मत लीजिए पूरा बढ़ाओ डीजे वाड़ा पाव दोपहर के लिए मिसल पाव और रात को भाजी पाव आज तो सब मराठी खाना ही मैं बनाया जी मौसी बोलते अरे बेटा यह तो ठीक है पर एक को छोड़कर भी तो मराठी विशेष होती है


ना गरिमा बोली आई हो मां जीना मैंने तो टीवी में देखा है वैसे मैंने छत पर पापड़ सूखने को डाला है उनको हटाइए कामत आखिर हम मराठी फैमिली है जी सबको पता चलना चाहिए ना पापड़ सूख रहे हैं और आचार बनाने के लिए सांभर लेकर आया जी में मौसी बोली बेटा पर मराठी और पापड़ का क्या संबंध


गरिमा बोली आईशप्पथ आप बहुत मजाकिया हो वैसे अभी अभी मराठी बोलना शुरू किया सोनिया आता माझी सटक ली अब सांता बोसी गरिमा के हाथ पकड़ लेती है और बोलती है अरे बेटा तुम इधर बैठ और सोनी टीवी पर देखी थी बातों पर इतना विश्वास नहीं करते अरे यह सब तो बकवास दिखाते हैं गरिमा बोली इतने दिनों से मैं भी तो आपको वही बताने की कोशिश कर रही थी मा जी।


शांता मौसी को समझ में आ गया टीवी पर मुझे को बड़ा चौड़ा कर दिखाया जाता है और उन पर भरोसा नहीं करना चाहिए शांता मौसी कसम खाती है कि दोबारा हिंदी फिल्मों से अपना ज्ञान नहीं लेंगे और किसी को भी नहीं करेंगे।


Lessons learned from this story (Moral)

Hindi story for kids इससे इस कहानी से यहाँ सीख मिलती है की वास्तविकता को समझे जो आपको दिख रहा है बतया जा रहा है हर बार उसे  T.V. दिखाए गए प्रोग्राम से न जोड़े क्योंकि वास्तविकता फिल्मी ज्ञान से अलग होती है। 




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